Quote by Dr. Aniruddha Joshi on हनुमानचलीसा Hanuman Chalisa in photo large size

एड्स और कॅन्सर से भी भयानक रोग है, ‘मैं कुछ भी कर नहीं सकता, मैं कम हूँ’ यह भावना

एड्स और कॅन्सर से भी भयानक रोग है, ‘मैं कुछ भी कर नहीं सकता, मैं कम हूँ’ यह भावना

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on स्वतन्त्रता Freedom in photo large size

‘स्वतन्त्रता’ का अर्थ ‘मनमानी करना’ नहीं है

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on ‘स्वतन्त्रता’, अनुशासन, विचार, प्रेम, लचीला, मन, Aniruddha Bapu, Freedom in photo large size
‘स्वतन्त्रता’ का अर्थ ‘मनमानी करना’ नहीं है, बल्कि इसका अर्थ है, अपने मन से प्रेमपूर्वक अनुशासन का पालन करना और विचारों में लचीला होना।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on शक्ति Shakti in photo large size

जिसका कोई उपयोग नहीं ऐसी चर्चा करना, प्रमाण के बाहर पढ़ना और व्यर्थ के विवाद करना यह क्षयकारिणी शक्ति है

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on शक्ति, चर्चा, क्षयकारिणी, व्यर्थ, विवाद, जीवन, Aniruddha Bapu Quotes, Shakti in photo large size
जिसका कोई उपयोग नहीं ऐसी चर्चा करना, प्रमाण के बाहर पढ़ना और व्यर्थ के विवाद करना यह क्षयकारिणी शक्ति है।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on समस्या Samasya in photo large size

जिन्हें सुलझाना आसान हो ऐसी समस्या पहले सुलझाकर

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जिन्हें सुलझाना आसान हो ऐसी समस्याएँ पहले सुलझाकर उसके बाद ही नामस्मरण करते हुए कठिन समस्याओं को हल करने का प्रयास करना चाहिए।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on अपेक्षा, Apeksha in photo large size

अपेक्षा रखनी ही हो तो वह केवल चण्डिकाकुल से और स्वयं से

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on अपेक्षा, भीख, चण्डिकाकुल, स्वयं, Aniruddha Bapu, Apeksha in photo large size
अपेक्षा रखनी ही हो तो वह केवल चण्डिकाकुल से और स्वयं से। दूसरे से मिलती है, वह होती है भीख।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on सफलता, प्रसिद्धी in photo large size

सफलता और प्रसिद्धि के शिखर तक पहुँच जाने पर लोग आपकी खामियाँ ढू़ँढेंगे ही

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सफलता और प्रसिद्धि के शिखर तक पहुँच जाने पर लोग आपकी खामियाँ ढू़ँढेंगे ही - यह मनुष्यस्वभाव ही है। उसकी तरफ ध्यान मत दो।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on worldly affairs, spirituality, व्यवहार, अध्यात्म in photo large size

व्यवहार को दृढ़ता के साथ सँभाला हो तो तुम्हारा अध्यात्म तुम्हारा उत्कर्ष करता है

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on worldly affairs, spirituality, अध्यात्म, उत्कर्ष, व्यवहार, दृढ़ता, सशक्त, मानव, Aniruddha Bapu Quotes in photo large size
व्यवहार को दृढ़ता के साथ सँभाला हो तो तुम्हारा अध्यात्म तुम्हारा उत्कर्ष करता है और अध्यात्म को सुव्यवस्थित रूप में सँभाला हो तो ही तुम्हारा व्यवहार सशक्त बनता है।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on आधिकर Adhikar work in photo large size

अधिकार आ जाने के बाद सत्ता के मद में मनुष्य ‘साहब’ से ‘लाटसाहब’ बन ही जाता है

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on अधिकार, साहब, सत्ता, मनुष्य, Arrogance, Bapu Quotes, Adhikar work in photo large size
अधिकार आ जाने के बाद सत्ता के मद में मनुष्य ‘साहब’ से ‘लाटसाहब’ बन ही जाता है।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on lachaar लाचार work in photo large size

इस दुनिया में लाचार होने से कुछ भी हासिल नहीं होता

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on लाचार, हासिल, gain, helpless, टिकना, दुनिया, Aniruddha Bapu work in photo large size
इस दुनिया में लाचार होने से कुछ भी हासिल नहीं होता और यदि मिल भी जाये तब भी वह कभी भी टिकता नहीं।

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on कार्य, Kaarya, work in photo large size

जो है उसका स्वीकार करना ही पड़ता है और उसके अनुसार अपने कार्य को पूरा करना होता है

Quote by Dr. Aniruddha Joshi on कार्य, कार्य, कल्पना, समतल, पृथ्वी, स्वीकार, life, नदियाँ, पर्वत, Kaarya, work in photo large size
‘पहले पृथ्वी को अच्छी तरह से समतल एवं स्वच्छ करके फिर वहाँ अपनी सुविधा के अनुसार नदियाँ, पर्वत बनाने चाहिए और फिर अपना नगर बसाना चाहिए’ यह कल्पना मूर्खता भरी है, यह बात किसी की भी समझ में आ सकती है। जो है उसका स्वीकार करना ही पड़ता है और उसके अनुसार अपने कार्य को पूरा करना होता है।