कुछ लोग यदि थोडा सा भी संकट आ जाता है तो घबरा जाते हैं, वहीं, कुछ लोग चाहें कितना भी बड़ा संकट क्यों न आ जाये, उसका सामना करते हैं; संकटों में बिना डगमगाये, बिना डरे, बिना झुके, बिना टूटे उनका सामना करने वाले ये लोग अर्थात भक्त।
संकट की घडियों में परमेश्वर ने किस तरह मेरा साथ दिया और इसी कारण मेरा सब कुछ अच्छा कैसे हुआ, इस बात का विचार यदि मैं निरंतर करते रहूँगा, तभी मैं परमेश्वर के साथ जुड जाउँगा।